रायगढ़

ना अनुमति ना निगम को लिया भरोसे में, जिला प्रशासन को दिखाया ठेंगा, मीनाबाजार संचालक ने लगा दिया हैं अपना तामझाम

रायगढ़। जन्माष्टमी मेले में रौनक बढाने के लिये हर साल लगने वाला मीना बाजार ठीक उसी जगह लगने जा रहा है। जहां बीते दो सालों से इतना विरोध है कि मोहल्लेवासी अब सडकों में उतरने को तैयार हैं। स्थिति यह है कि मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया था और यहां तक कहा गया कि अब सावित्री नगर के मैदान में यह मीना बाजार नही लगेगा। पर समस्त आपत्तियों को दरकिनार करते हुए मीना बाजार संचालक ने बकायदा न केवल अपना सामान उस जगह डाल दिया है बल्कि अपना मीना बाजार सजाना भी शुरू कर दिया है। उसकी दादागिरी को देखते हुए यह बात साफ हो जाती है कि जिले के अधिकारी शायद उसकी जेब में हैं और नगर निगम की परवाह उसको नही है। चूंकि कथित दलाल उसके माध्यम इस तरह बन गए हैं कि चंद पैसों के लिये वे यहां के रहवासियों की परेशानियों को दरकिनार करते हुए उसका सौदा करने से नही चूक रहे हैं।  
सावित्री नगर के उस जगह में अब फिर से मीना बाजार लगना शुरू हो चुका है जहां सेठ गोविंद अग्रवाल ने कुछ जमीनें बेच दी है और कुछ जमीनें बाकी है और अधिकांश जमीनों में विवाद भी जारी है पर लाखों रूपये मिलने के लालच में इस जगह की अनुमति फिर से गोविंद अग्रवाल ने मीना बाजार संचालक को दे दी है जिसके कारण दो दिन पहले यहां डालकर बकायदा बाउण्ड्री लगाते हुए मीना बाजार सजाना शुरू कर दिया गया है। स्थिति यह है कि जिस पुरानी जगह यह मीना बाजार सज रहा है वह केवल एक ही सडक से जुडा है और आने जाने के लिये यह एक रास्ता कई मोहल्लों को जोड़ता है जिसके कारण यहां के लोग इस बात को लेकर आपत्ति करते हैं कि दो माह तक लगने वाले इस मीना बाजार के चलते माहौल पूरी तरह अशांत हो जाता है, गुंडा तत्वांे का आतंक लगातार चलता है इतना ही नही आसपास के रास्ते बंद हो जाते है और यहां से निकलने वालों को घंटो परेशान होना पड़ता है और यही कारण है कि लोग इस जगह मीना बाजार का संचालन का विरोध करते हुए अधिकारियों को शिकायत करते हैं कि इस स्थल पर मीना बाजार लगाने की बजाए कहीं दूसरी जगह इसे शिफ्ट किया जाए।
निगम व एसडीएम कार्यालय में नही दी गई कोई जानकारी
सूत्र बताते हैं कि जिस मीना बाजार संचालक ने सावित्री नगर में अपना सामान डालकर मीना बाजार लगाना शुरू कर दिया है उसको बकायदा शहर के कुछ लोग समर्थन देते हुए जिले के बड़े अधिकारियों के आदेश को भी रद्दी की टोकरी में डालने की सलाह दे चुके हैं और यही कारण है कि मीना बाजार संचालक बड़े अधिकारियों की परवाह न करते हुए बकायदा मीना बाजार लगाना शुरू कर चुका है। सूत्र यह भी बताते हैं कि संचालक ने नगर निगम तक को लिखित जानकारी नही दी है और अनुमति तो दूर की बात है। रायगढ़ एसडीएम कार्यालय में भी इसकी कोई जानकारी नही है। ऐसे में साफ हो जाता है कि जिला मुख्यालय में मीना बाजार संचालक रायगढ़ के अधिकारियों को शायद जेब में रखता है और इसी के चलते उसने पूरी दादागिरी के साथ अपना मीना बाजार लगाना शुरू करते हुए यह भी बता दिया है कि उसके खिलाफ कोई भी कुछ भी कार्रवाई नही कर सकता।
प्रशासन की खिल्ली उड़ना शायद आम बात
मीना बाजार संचालक द्वारा जिला प्रशासन व नगर निगम को ठेंका दिखाना आम बात हो चुकी है बीते कई सालों से मीना बाजार को लगवाने वाले कुछ दलाल किस्म के लोग प्रशासन की आंख के नीचे इसमें न केवल राजनीति करते हैं बल्कि स्थानीय लोगों की समस्याओं को दरकिनार करते हुए अपने पैसे का हिस्सा खोजते हुए मीना बाजार संचालक को अपना संरक्षण देते हैं। सोंचने वाली बात यह है कि जिला प्रशासन एवं नगर निगम प्रशासन की अनदेखी करने के बाद भी इसके संचालक के खिलाफ कोई कार्रवाई नही होना इस बात के संकेत है कि जिले में प्रशासन के सामने ही इस प्रकार की मनमानी अब आम बात हो गई है। जन चर्चा यह है कि प्रशासन व नगर निगम को जेब में रखने वाले मीना बाजार संचालक व उसके कथित समर्थक शहर में इसी प्रकार माहौल को गर्माने के लिये लगे रहते हैं।

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