एसईसीएल की लापरवाही के कारण महीनों से एनएच बाधित, दिग्गज बीजेपी नेत्री के साथ क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने दी आंदोलन की चेतावनी, जिम्मेदार बेसुध
रायगढ़। स्टेट हाइवे मुख्य मार्ग पर बीते कुछ महीनों से आवागमन में हो रही असुविधा पर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने महीनों बाद समस्या के समाधन को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है। सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि इस मुख्य मार्ग पर आवागमन सुगम न होने पर एक सप्ताह बाद आर्थिक नाकेबन्दी की जाएगी। स्टेट हाइवे मुख्य मार्ग क्रमांक एस एच 18 में छाल एडू के बीच निर्मित एक पुल में महीनों से जल भराव के कारण मार्ग बाधित हो गया है। जिसे लेकर बीते दिन क्षेत्र के जनपद पंचायत सदस्य व गोंडवाना गड़तन्त्र पार्टी द्वारा लिखित आवेदन छाल तहसीलदार को सौपा गया है।
लाफर घाट नामक इस पुल पर पानी ठहराव का मुख्य कारण लात खुली खदान का विस्तारीकरण है, जहां खदान से निकलने वाले (ओबी) मिट्टी को खदान प्रबंधन द्वारा उक्त नाले के मार्ग पर ढेर कर पहाड़ नुमा आकर दे दिया गया है। जिस कारण पानी का सड़क के दोनों छोर पर भारी मात्रा में ठहराव हो गया है। तेज बारिश के दौरान पानी सड़क के ऊपर तक आ गया और पानी का निकासी न होने से जल स्तर मार्ग के ऊपर पांच फीट से अधिक भर जाने से मार्ग बंद पड़ा हुआ है। इस रोड से गुजरने वाले कुछ लोग जान जोखिम में डालकर इस पुल को पैदल पार कर रहे हैं।
मालती राठिया – जिला पंचायत सदस्य छाल क्षेत्र
एसईसीएल के अधिकारी कर्मचारी के साथ सिविल इंजीनियर को सड़क में भरे पानी से मार्ग बाधित होने को लेकर कई बार अवगत कराया जा चुका है। किंतु इनके द्वारा केवल दिन व समय दिया जा रहा है। यदि तत्काल कोई वैकल्पिक व्यवस्था नही की जाती है तो प्रबंधन व पीडब्ल्यूडी विभाग के खिलाफ उग्र आंदोलन किया जाएगा।
मीरा खूंटे जनपद पंचायत सदस्य छाल क्षेत्र
उक्त समस्या को लेकर सम्बंधित विभाग के साथ एस ई सी एल को मौखिक रूप से बोलने पर केवल आस्वासन दिया जा रहा है, जिसे लेकर मंगलवार को तहसीलदार को पत्र वयवहार किया गया है जिसमे एक सप्तहा के अंदर समस्या का समाधान नही हुआ तो आगे उग्र आंदोलन क्षेत्र के हित को लेकर की जाएगी।
लालू ठाकुर भारतीय जनता पार्टी महामंत्री छाल क्षेत्र
स्टेट हाइवे मार्ग बाधित होने को लेकर एस ई सी एल प्रबंधन विभागीय अधिकारी व क्षेत्रीय अनुविभागी य अधिकारियों के साथ गुरुवार को एक बैठक आहूत की गई है, जिसमे उक्त समस्या के निराकरण को लेकर चर्चा की जाएगी, प्रबंधन से मिली जानकारी अनुसार करोडों रुपये लगाकर पानी निस्तारी का कार्य किया जा रहा है जोकि बीरबल की खिचड़ी साबित हो रही है। महीनों बीत गए किंतु हासिल कुछ नही समस्या ज्यों का त्यों।