नटवर नाम होना क्या अपराध हो गया है ! पीड़ित ने ली हाईकोर्ट की शरण, मांगा न्याय
रायगढ़। देश के विभिन्न हिस्सों में ठगी के मामले में पकड़े जाने वाले अपराधियों का नाम आने से पहले अखबार व टीवी सहित हेडलाइन की रूप में नटवरलाल का नाम सामने आ जाता है और यहां तक पुलिस भी ठग को नटवरलाल के नाम से बुलाती है। ऐसे में रायगढ़ के नटवरलाल नाम के एक व्यक्ति ने अपने नाम की पीडा से छुटकारा पाने के लिये हाईकोर्ट की शरण लेकर न्याय की गुहार लगाई है। हालांकि उनकी अपील पर अभी भी हाईकोर्ट ने कोई टिप्पणी नही की है लेकिन अपील स्वीकार कर ली गई है। इस पूरे मामले में रायगढ़ के नटवरलाल का कहना है कि उन्होंने देश के कई मामलों को लेकर अपनी पीटीसन बनाई है। जिसमें नटवरलाल नाम के लोगों के लिये ठगी अपराध से जोडा जाना उनके पूरे जीवने के लिये एक अभिशाप सा बन गया है।
इस संबंध में हाईकोर्ट में पीटीसन दायर करने वाले नटवरलाल अग्रवाल का कहना है कि किसी भी ठगी के मामले में नटवर लाल नाम के दुरुपयोग को रोकने हेतु मेरे द्वारा माननीय उच्च न्यायालय ,बिलासपुर छत्तीसगढ़ में एक याचिका दायर की गई है। 4 सितंबर को माननीय उच्च न्यायालय, छत्तीसगढ़ में धारा 19 (2) और धारा 21 तहत में तहत रायगढ़ निवासी नटवर लाल द्वारा एक याचिका दाखिल की गई है।जिसमें इस बात की मांग की गई है कि यदि नटवर लाल के नाम को किसी भी अन्य 420 या फ्रॉड करने वाले व्यक्ति के नाम के साथ जोड़ा जाता है उस पर रोक लगाई जाए। किसी भी व्यक्ति के द्वारा चार सौ बीसी किए जाने पर नटवर लाल के नाम का अनिवार्य रूप से उल्लेख किया जाना गलत एवम पीड़ा दाई परंपरा है इस पर रोक लगाई जानी चाहिए। दायर याचिका के इस बात का जिक्र किया गया है कि सर्वप्रथम चिटिंग और फ्रॉड के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध मिथलेस श्रीवास्तव द्वारा चार सौ बीसी किए जाने पर उसे नटवर लाल के नाम से संबोधित किया गया बाद में किसी भी व्यक्ति द्वारा फ्रॉड या 420 करने पर आरोपी के नाम के साथ नटवर लाल का नाम जोड़ने की एक परंपरा सी बन गई।
दायर याचिका में सभी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया,प्रिंट मीडिया एवं सोशल मीडिया में नटवर लाल के नाम का दुरुपयोग बंद करने का आदेश देने हेतु माननीय उच्च न्यायालय से निवेदन किया गया है। किसी अन्य व्यक्ति द्वारा चार सौ बीसी या ठगी किए जाने पर नटवर लाल के नाम का अनिवार्य रूप से उल्लेख किए जाने पर नटवर लाल नाम से जुड़े व्यक्तियो को आर्थिक,सामाजिक एवम मानसिक पीड़ा के दौरा से गुजरना पड़ता है। इस दुरुपयोग की वजह से व्यापार एवम समाज से जुड़े लोग नटवर लाल के नाम के व्यक्तियो को ठग होने के संदेह से देखते है। दायर याचिका में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि हाल में ही अमिताभ बच्चन से जुड़े मामले में किसी भी व्यक्ति की अनुमति के बिना उसके नाम ,चेहरा और आवाज का इस्तेमाल करना उसके मौलिक अधिकारों का उल्लंघन माना गया है।
पचास साल पहले मेरे माता पिता ने भगवान श्री कृष्ण से जुड़े एक नाम नटवर के नाम पर मेरा नामकरण किया गया लेकिन मीडिया में इस नाम के गलत प्रस्तुति करण की वजह से दशकों बाद नटवर लाल के नाम।को ठग होने के संदेह से देखा जाने लगा है। इस तरह से दुरुपयोग की वजह से हमारी धार्मिक भावनाएँ भी आहत हो रही है।
पहले लोग धार्मिक आधार पर अपने बच्चों के नाम नटवर रखा करते थे लेकिन मीडिया द्वारा किसी के भी द्वारा की गई ठगी के मामलो में नटवर लाल नाम का अनिवार्य रूप से उल्लेख किए जाने की वजह से वर्तमान पीढ़ी ने बच्चो का नामकरण नटवर लाल के नाम से करना बंद कर दिया है। याचिका में नटवर लाल के नाम का दुरुपयोग बंद किए जाने का आग्रह करते हुए नटवर लाल द्वारा कहा गया है कि उनके मौलिक अधिकार की रक्षा करने हेतु जल्द ही इस संबंध में निर्देश दिए जाए ताकि नटवर लाल के मौलिक अधिकार का हनन नहीं हो सके।